कच्ची हल्दी के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है जिससे शरीर कई तरह की संक्रामक बीमारियों से बचा रहता है। कच्ची हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व मौजूद होता है, जो इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने वाले टी और बी सेल की कार्यप्रणाली में सुधार करने में मददगार साबित हो सकता है।
कच्ची हल्दी के सेवन में मोटापे की समस्या भी दूर होती है। क्योंकि हल्दी में करक्यूमिन तत्व शामिल होता है तो इसके सेवन से कमर की चौड़ाई के साथ वजन और बॉडी मास इंडेक्स को भी कम किया जा सकता है। जो अगर आप मोटापे से परेशान हैं तो कच्ची हल्दी को अपने खानपान में शामिल करें।हल्दी में मौजूद करक्यूमिन जोड़ों की सूजन, जकड़न को दूर करती है। इसके अलावा, हल्दी का तेल भी इस समस्या में प्रभावी है क्योंकि ये एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है।
कच्ची हल्दी कैंसर की संभावनाओं को भी काफी हद तक कम करती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व में एंटी-कैंसर गुण पाया जाता है। जो प्रोस्टेट, स्तन, पेट और अग्नाशय के कैंसर के जोखिम को काफी हद तक कम करने में सहायक है। लेकिन ध्यान रहे यह कैंसर का इलाज नहीं है। इसलिए सेहत से जुड़ी परेशानियां होने पर डॉक्टर से जांच जरूरी है।हल्दी एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका उपयोग सर्दी, खांसी और ब्रोंकाइटिस के इलाज में भी सदियों से किया जाता रहा है। इसके लिए रोजाना रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधी चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर पिएं।