संवाददाता
लखनऊ। शहर में ओला और ऊबर कैब का उपयोग करने वाले लोगों को 18 अप्रैल से दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ओला और ऊबर कैब चालकों के संगठन स्वतंत्र एप आधारित कैब व ड्राइवर्स एसोसिएशन (आइएसीडीए) ने सीएनजी व पेट्रोल की कीमतों में हो रही वृद्धि को देखते हुए किराया बढ़ाने की मांग की है।
एसोसिएशन ने 18 अप्रैल से होने वाली हड़ताल को लेकर अपना मांग पत्र आरटीओ कार्यालय को सौंप दिया है। एसाेसिएशन के अध्यक्ष आरके पांडेय ने बताया कि शहर में वर्ष 2014 में कैब सेवा की शुरुआत हुई थी। परिवहन विभाग ने 20 रुपए प्रति किमी. किराया तय किया था। उस समय सीएनजी 45 रूपये प्रति किलो की थी। अब बढ़कर 80.80 रुपये हो गई है। पेट्रोल और डीजल की कीमत भी बढ़ रही है।कैब चालक लगातार 20 रुपये की जगह 25 रुपये प्रति किलोमीटर किराया देने की मांग कर रहे हैं। एसोसिएशन ने सीएनजी की बढ़ी कीमत को वापस करने, हर सवारी पर कंपनी जो 25 प्रतिशत कमीशन ले रही है उसे कम करने, किराए में संशोधन प्राइवेट नंबर वाले वाहनों को बंद करने की मांग को लेकर 18 की मध्य रात्रि से हड़ताल की घोषणा की है। कैब चालक 19 को ईको गार्डेन पर धरना भी देंगे।
ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय परिसर में शनिवार को स्क्रैप पालिसी के तहत पुराने वाहनों को काटते समय सिलेंडर से गैस का रिसाव हो गया। गैस का रिसाव होते ही आग लग गई। वाहन काट रहा कारीगर आग से झुलस गया। हालांकि मौके पर ही आग पर काबू पा लिया गया। घटना गेट नंबर तीन के पास हुई थी। इससे परिसर में खड़े वाहनों में भी आग लग सकती थी। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रकाश मालवीय और उपाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने वाहन को काटते समय नियमों का पालन नहीं करने का आरोप भी लगाया।