सचिव दिनेश कुमार राय,सभापति विनोद कुमार ‘रीजनलवार’ के बजाये ‘संख्या’ के आधार पर कराना चाहते हैं चुनाव-भोला नाथ तिवारी

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सेन्ट्रल बैंक इम्प्लाईज कोआपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लि. के चुनाव में हो सकती है गड़बड़ी: भोला नाथ तिवारी

नियम :

1: 45 दिन पहले से जो सदस्य होंगे वही वोट डाल सकते हैं

2: 20 जून को इन्द्रभूषण शाही,आजाद कुमार को बना दिया गया सदस्य ? किस नियमावली के तहत ?

3:चुनाव होना है तो कर्मचारियों को क्यों नहीं बताया गया कि कब है चुनाव ?

 संजय पुरबिया

लखनऊ। सेन्ट्रल बैंक इम्प्लाईज कोआपरेटिव के्रडिट सोसाइटी लि. लखनऊ का चुनाव 21 जुलाई से सम्पन्न होना है लेकिन कर्मचारियों में गड़बड़ी की बू नजर आने लगी है। नियम की बात करें तो पूर्व में समिति में ‘रीजनलवार’ चुनाव होता चला आ रहा है लेकिन इस बार समिति के सचिव एवं अंंतरिम प्रबंध कमेटी मिलकर रीजनलवार क्षेत्र की अवधारणा को बदलकर ‘संख्या’ के आधार पर प्रकाशन कराने पर उतारू है। बता दें कि समिति का कार्यक्षेत्र पूरे उत्तर प्रदेश में है,फिर ये कैसे संभव हो पायेगा कि कौन कर्मचारी किस क्षेत्र का है…। चौंकाने वाली बात तो यह है कि एक जुलाई को दैनिक समाचार पत्र में जब विज्ञापन निकाला गया था कि 21 जुलाई को नियमानुसार चुनाव कराये जायेंगे तो कर्मचारियों को ये बात क्यों नहीं बतायी गयी ? कर्मचारियों को ये भी नहीं मालूम वे किस क्षेत्र में हैं ? कायदे से सचिव दिनेश कुमार राय को सभी कर्मचारियों को नोटिस के माध्यम से बताना चाहिये कि फलां तारीख को चुनाव सम्पन्न होना है लेकिन ऐसा नहीं किया गया।। इससे साफ जाहिर होता है कि सचिव दिनेश कुमार राय और सभापति विनोद कुमार चुनाव में गड़बड़ी कराना चाहते हैं। चुनाव में पदाधिकारियों द्वारा गड़बड़ी की आंशका पर समिति सदस्य भोलानाथ तिवारी ने मुख्य चुनाव आयुक्त से लेकर सभापति एवं सचिव को पत्र लिखा है। उन्होंने सचिव से सभी सदस्यों की सूची मांगी लेकिन उन्होंने देना मुनासिब नहीं समझा।

चुनाव में धांधली होने को लेकर भोला नाथ तिवारी-समिति सदस्य,सहायक महामंत्री सेन्ट्रल बैंक स्टाफ एसोसिएशन ने चार जुलाई 2023 को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि समिति के सचिव दिनेश कुमार राय एवं अंतरिम प्रबंध कमेटी द्वारा समिति की आगामी संचालक मंडल निर्वाचन कराने के लिये रीजनलवार निर्वाचन क्षेत्रों की अवधारणा को बदलकर अनौचित्यपूर्ण तरीके से बिना किसी तार्किक,भौगौलिक परिस्थिति के निर्वाचन क्षेत्रों का अवधारणा का प्रकाशन सदस्यों की संख्या के आधार पर कराया गया। जबकि समिति का कार्यक्षेत्र पूरे उत्तर प्रदेश में है। प्रस्तावित निर्वाचन क्षेत्रों में सदस्यों की संख्या 209 है,जिसकी सूची पूर्व में ही जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता ,लखनऊ को भेजी जा चुकी है। पूर्व में हुये अवधारित निर्वाचन क्षेत्र की सूचना,सदस्यों की सूची,निर्वाचन क्षेत्रवार एवं वर्तमान प्रकाशित प्रस्तावित अंतरिम निर्वाचन क्षेत्रों की सूचना संलग्न है। पत्र में लिखा है कि समिति सचिव एवं अंतरिम प्रबंध कमेटी द्वारा समिति की आगामी संचालक मंडल के निर्वाचन में भ्रम होने की स्थिति पैदा करके समिति सदस्यों को,जो समिति के संचालक मंडल के निर्वाचन में भाग लेना चाहते हैं,उन्हें भाग लेने से रोकने व वंचित करने का एक सुनियोजित षडय़ंत्र रच रहे हैं। जिसके चलते ही इनके द्वारा प्रस्तावित निर्वाचन क्षेत्रवार समिति सदस्यों की सूची समिति के नोटिस बोर्ड पर अभी तक चस्पा नहीं किया गया है और ना ही प्रस्तावित निर्वाचन क्षेत्रों में इनकी यथास्थिति के संबंध में अभी तक कोई सूचना दी गयी है।

श्री तिवारी ने आरोप लगाया है कि यदि नियमावली की बात करें तो समिति में 45 दिन पहले जो सदस्य बनेंगे वही वोट डाल सकते हैं। इसीलिये सचिव दिनेश कुमार राय ने 20 जून को आजाद कुमार और इन्द्रभूषण शाही को सदस्य बना दिया है। इसलिये समिति में हो रही संचालक मंडल के निर्वाचन के लिये समिति के निर्वाचन क्षेत्र की अवधारणा बैंक के रीजनलवार,जैसा की पूर्व प्रबंध कमेटी एवं सचिव द्वारा प्रस्तावित अवधारणा भेजा गया है,के आधार पर कराया जाये ताकि निर्वाचन क्षेत्रों में आरक्षण की स्थिति निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुरूप बनी रहे। श्री तिवारी ने आरोप लगाया कि सचिव ने सदस्यों की सूची बनाने में जमकर गड़बड़ी की है।

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