इंस्पेक्टर ने दुत्कार कर ‘मुस्कान’ को थाने से भगाया,आखिर गैैंगरेप दरिंदों से कितने में बिके थानेदार मलिहाबाद?

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शर्मनाक: एसीपी ने गैंगरेप पीडि़ता को ऑफिस बुलाया,इंस्पेक्टर ने कहा भाग यहां से नहीं दर्ज करूंगा एफआईआर

इंस्पेक्टर मलिहाबाद अनिल ने परिजनों को दी गाली,भाई बनाने लगा वीडियो तो महिला कांस्टेबिलों ने मारा थप्पड़

   संजय पुरबिया

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में अपने पिता की ‘सोन चिरैया’ मुस्कान गांव के ही राहुल अपने साथियों के साथ असलहे के दम पर अपहरण कर मुम्बई ले जाता है। वहां पर दो दिनों तक राहुल अपने साथियों के साथ राहुल मुस्कान का बलात्कार करता हैराहुल ने धमकी दी मुंह खोला तो तुम्हारे साथ-साथ घर वालों की हत्या कर देंगे। बेबस मुस्कान की ‘अस्मत’ के साथ दरिंदे खेलते रहें। दो दिन बाद राहुल उसे लेकर लखनऊ आया और जबरियन आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। उसी दिन राहुल अपने साथियों के साथ दुबारा मुस्कान के साथ बलात्कार किया। खैर,’द संडे व्यूज़’ ने प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित किया जिसका असर रहा कि एसीपी,मलिहाबाद वीरेन्द्र विक्रम मुस्कान को आज यानि 7 नवंबर को अपने कार्यालय बुलाया एफआईआर दर्ज कराने के लिये लेकिन ड्यूटी लगने की वजह से वे दोपहर में नहीं आ सके। इस बीच किसी ने इंस्पेक्टर अनिल सिंह को बता दिया कि मुस्कान अपने परिवार के साथ एसीपी कार्यालय पर खड़ी है। एक महिला कांस्टेबिल पहुंची और मुस्कान से कहा कि इंस्पेक्टर साहेब बुला रहे हैं। मुस्कान उसके भाई सचिन और भाई को देखते ही इंस्पेक्टर अनिल सिंह का पारा गरम हो गया। उन्होंने मुस्कान से कहा,यहां बैठ…जब केस मुम्बई में हुआ है तो यहां एफआईआर दर्ज क्यों कराने आ रही है ? भाग जा यहां से,वहीं पर एफआईआर दर्ज करा…। इस पर मुस्कान ने कहा कि सर, राहुल लखनऊ से ही मेरा अपहरण कर अपने साथियों के साथ मुम्बई ले गया था और यहां पर भी वो मुझे जान से मारने की कोशिश की और अपने साथियों के साथ मेरा रेप किया। इंस्पेक्टर ने कहा कि मामला मई में हुआ था अब क्यों आयी है ? भाई और भाभी ने कहा कि सर इसको जान से मारने की कोशिश भी की गयी थी देखिये,गर्दन पर अभी भी निशान है…। इसके साथ जुल्म हुआ है एफआईआर दर्ज कर दीजिये ताकि सभी गिरफ्तार हो सके। यदि आप एफआईआर दर्ज नहीं करेंगे तो मैं बड़े अधिकारियों के पास जाऊंगा…। इतना बोलकर सचिन मोबाइल से वीडियो बनाना शुरु कर रहा था,इतने में वहां मौजूद दो महिला कांस्टेेबिलों ने उस पर ‘थप्पड़ों की बौछार’ कर दी। सचिन का मोबाइल छिनकर उसमें सभी वीडियो उड़ाने के बाद इनलोगों को अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुये इंस्पेक्टर ने भाग जाने की बात कही। सवाल है कि जब योगी राज में राजधानी लखनऊ के थानों में पीडि़तों को न्याय दिलाने के बजाये उन्हें गालियों के साथ भगाया जा रहा है तो अन्य जनपदों तो खाकी का कहर बरस रहा होगा।

जब मुख्यमंत्री द्वारा सामूहिक कन्या विवाह में मुस्कान की शादी हो चुकी थी उसके बाद राहुल ने जबरियन उसे धौंस देकर आर्य समाज मंदिर में कैसे शादी की ? जब पहले पति से तलाक हुआ ही नहीं तो राहुल ने कैसे मुस्कान से शादी कर ली,इस बात पर इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने कोर्ट में मामला दर्ज क्यों नहीं किया ? जब मुस्कान बता रही है कि उसकी हत्या करने की कोशिश राहुल ने की,उसके साथ मुम्बई और लखनऊ में सबने मिलकर गैंगरेप किया है तो इंस्पेक्टर ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल की सलाखों में क्यों नहीं पहुंचाया ? क्या यही है सरकार का महिला सशक्तिकरण अभियान ?

वैसे भी उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिये चल रहे मिशन शक्ति को और प्रभावी बनाने के लिये योगी सरकार ने 10 दिवसीय विशेष अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की ओर से चलाये जा रहे इस अभियान का उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं और बेटियों को सशक्त बनाना है। राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने और उनकी गरिमा की रक्षा के लिये यह अभियान हर महीने की 21 से 30 तारीख तक चलाया जा रहा है।

अभियान तो चलाया जा रहा है लेकिन 20 वर्षीय मुस्कान के साथ जो जुल्म किया गया,उसे इंसाफ दिलाकर दरिंदों को जेल की सलाखों में भेजने के बजाय थाने चलाने वाले इंस्पेक्टर अनिल सिंह उसके परिवार को दुत्कार कर थाने से भगा रहे हैं। क्या यही है डीजीपी की जांबाज पुलिस,जो दरिंदों से सौदेबाजी कर खाकी पर बदनुमा दाग बनने का काम कर रहे हैं? बात जो भी हो,द संडे व्यूज़ मासूम मुस्कान के चेहरे पर एक बार फिर से मुस्कान लाने के लिये कलम से लड़ाई लड़ता रहेगा,तब तक जब तक की राहुल सहित चारों दरिंदे जेल की सलाखों तक नहीं पहुंच जाते…।

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