कमांडेंट को एक लाख और इंस्पेक्ट को देता हूं 50 हजार रुपये महीना,शिकायत करोगे तो कर देंगे …
सामाजिक कार्यकत्री रूपाली मिश्रा ने सीएम से की शिकायत,निधि सोनकर-पुलिस अधीक्षक ने पुलिस आयुक्त को सौंपी जांच
पीसी धनदेश और होमगार्ड राजीव कुमार ने खड़ा कर लिया करोड़ों का साम्राज्य
संजय पुरबिया
गौतमबुद्धनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास होमगार्ड विभाग के एक और बड़े भ्रष्टाचार की शिकायत पहुंच गयी है। मामला डॅायल 112 पीआरवी में भ्रष्टाचार एवं दोहरे मानदेय भुगतान की जांच कराये जाने के संबंध में है। होमगार्ड पीसी धनदेश और होमगार्ड राजीव कुमार मिलकर अफसरों द्वारा भेजे गये जवानों की सूची में बदलाव कर 10 हजार से लेकर 15 हजार रुपये में अपने लोगों की ड्यूटी लगा रहे हैं। इसी तरह रिजर्व में लगे जवानों से भी 15 हजार रुपये लेकर माह में दो या तीन दिन ड्यूटी कराते हैं और मस्टर रोल पूरे माह का पास कराया जाता है। पीसी धनदेश और होमगार्ड राजीव कुमार के संपत्तियों की जांच कराने के संबंध में भी मांग उठायी गयी है। मामला गौतमबुद्धनगर का है। लखनऊ की रहने वाली सामाजिक कार्यकत्री रुपाली मिश्रा ने मुख्यमंत्री से शिकायत की जिस पर जांच निधि सोनकर,पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षण 112 मुख्यालय,लखनऊ द्वारा किया जा रहा है। जांच पुलिस आयुक्त,गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट को सौंप दिया गया है।
शिकायत करने वाली रुपाली मिश्रा ने आरोप लगाया है कि गौतमबुद्धनगर में पीआरवी वाहनों पर तैनाती एवं अवकाश देने के नाम पर पीसी धनदेश 1066709 एवं होमगार्ड राजीव कुमार द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टïाचार किया जा रहा है। कहा है कि जिन जवानों को अधिकारियों द्वारा पीआरवी वाहनों में नियुक्त किया जाता है,उनकी ड्यूटी पीसी धनदेश10 हजार से 15 हजार रुपये लेकर बिना उच्च अधिकारियों को बताये,परिवर्तित कर दी जाती है। पीसी धनदेश एवं राजीव कुमार द्वारा रिजर्व के तौर पर नियुक्त होमगार्डों से 10 से 15 हजार रुपये महीने का लेकर माह में दो या तीन दिन ही डयूटी पर भेजते हैं और मस्टर रोल पूरे माह का पास कराते हैं।् जिन होमगार्डों द्वारा इन्हें पैसा देने में असमर्थता जतायी जाती है,उनको आवास स्थल से बहुत दूर ड्यूटी पर भेजा जाता है। जबकि यूपी 112 में होमगार्डों की ड्यूटी उनके घर के नजदीक लगाये जाने का आदेश है। पीसी धनदेश द्वारा जवानों को धमकाया जाता है कि मेरे खिलाफ कोई बोलेगा तो उसे बर्खास्त करा दूंगा,क्योंकि मैं वसूली का एक लाख रुपये कमांडेंट को देता हूं और 50 हजार रुपये इंस्पेक्टर को देता हूं। शिकायती पत्र में सवाल उठाया गया है कि पीसी धनदेश द्वारा दोहरा मानदेय का भुगतान कराया जा रहा है। पीसी पद का मानदेय 950 रुपये एवं चालक पद का 150 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किया जा रहा है जो कि भ्रष्टïाचार का सबसे बड़ा उदाहरण है। जबकि किसी भी पीसी को वाहन चालक के तौर पर नियुक्त करने का कोई आदेश ही नहीं है। शासन स्तर से 112 में डयूटी करने वाले होमगार्डों को ड्यूटी भत्ता के अतिरिक्त 150 रुपये मानदेय अनुमन्य है,पीसी को नहीं? पीसी धनदेश और राजीव कुमार द्वारा कई वर्षों से होमगार्डों से वसूली कर करोड़ों रुपये का साम्राज्य खड़ा किया गया है। दोनों को 112 से हटाकर इनके द्वारा अर्जित की गयी अवैध संपत्तियों की जांच करायी जाये। मामले को गंभीरता से लेते हुये निधि सोनकर ने पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट को पत्र लिखा है और शीघ्र जांच कराकर मुख्यालय को अवगत कराने की बात कही है।