ब्यूरो, लखनऊ। विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। 10 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के लिए 30 मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है। योगी ने प्रभारी मंत्रियों से कहा है कि वे उपचुनाव वाले क्षेत्रों में ही सप्ताह में दो रातें जरूर गुजारें। मंत्रियों को सामाजिक समीकरण साधने के साथ ही सरकार की योजनाओं-परियोजनाओं को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विकास कार्यों से संबंधित जो काम नहीं हो सके हैं, उन्हें युद्ध स्तर पर उपचुनाव से पहले पूरा करवाने को कहा गया है। मंत्रियों को बूथ स्तर पर संवाद करने के साथ ही किसी भी कारण से निष्क्रिय बूथ अध्यक्षों को बदलने के निर्देश भी बैठक में दिए गए हैं।बुधवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उनके सरकारी आवास पर हुई बैठक में हर विस क्षेत्र में दो से चार मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है। बैठक में मुख्यमंत्री ने उपचुनाव को लेकर अपने मंत्रियों की ‘सुपर-30’ टीम को जीत का लक्ष्य दिया है।
इन सीटों पर होना है उपचुनाव
लोकसभा चुनाव में सांसद बने नौ विधायकों के क्षेत्रों समेत कानपुर की सीसामऊ विस क्षेत्र में उपचुनाव होना है। सपा के विधायक इरफान सोलंकी के अयोग्य घोषित होने के बाद यह सीट रिक्त हुई है।
इसके अलावा जिन नौ विस क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं, उनमें करहल, कुंदरकी, कटेहरी, मिल्कीपुर पर सपा का कब्जा रहा है। फूलपुर, खैर व गाजियाबाद के विस क्षेत्रों पर भाजपा का और मीरापुर पर एनडीए के सहयोगी दल रालोद तथा मझवां पर निषाद पार्टी का कब्जा रहा है।
इन मंत्रियों को सौंपी गई है उपचुनाव की कमान
- मीरापुर- प्रभारी मंत्री अनिल कुमार, राज्य मंत्री सोमेन्द्र तोमर व केपी मलिक।
- कुंदरकी- प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह, राज्य मंत्री जेपीएस राठौर, जसवंत सैनी और गुलाब देवी।
- गाजियाबाद- प्रभारी मंत्री सुनील शर्मा, राज्य मंत्री ब्रजेश सिंह व कपिलदेव अग्रवाल।
- खैर- प्रभारी मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी व राज्य मंत्री संदीप सिंह को लगाया गया है।
- करहल- प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह व योगेन्द्र उपाध्याय। राज्य मंत्री अजीत पाल सिंह।
- सीसामऊ- प्रभारी मंत्री वित्त मंत्री सुुरेश खन्ना व राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल।
- फूलपुर- प्रभारी मंत्री राकेश सचान व राज्य मंत्री दयाशंकर सिंह।
- मिल्कीपुर- प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही व राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, गिरीश चन्द्र यादव व सतीश चन्द्र शर्मा।
- कटेहरी- प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व संजय निषाद। राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्र।
- मझवां- प्रभारी मंत्री अनिल राजभर व आशीष पटेल। राज्य मंत्री रविन्द्र जायसवाल व रामकेश निषाद।
उपचुनाव को लेकर अभी तक हुई बैठकों में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक शामिल नहीं हुए हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री की बैठक में भी उन्हें नहीं बुलाया गया था। इसे लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों को उपचुनाव से दूर क्यों रखा जा रहा है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इनकी भूमिका आने वाले समय में संगठन द्वारा तय की जाएगी। पार्टी का स्टार प्रचारक होने के नाते इन्हें सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार के लिए भेजा जाएगा। उपचुनाव को लेकर जल्द ही संगठन के स्तर पर होने वाली बैठक में सभी को बुलाया जाएगा।
लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद पिछले रविवार को हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी 10 सीटों पर उपचुनाव जीतने का लक्ष्य तय किया था। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी व महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने उपचुनाव को लेकर प्रभारी मंत्रियों की तैनाती की थी।