प्रत्येक आदमी तक न्यूनतम मूल्य पर बिजली पहुचाने के लिये वो न केवल प्रतिबद्ध...
डॉ.अजय मिश्रा
लखनऊ। लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई 2024 में महज सात महीने की अवधि अब शेष है। हालिया विधानसभा चुनाव परिणाम ने केंद्र सरकार को...
फिर नोट वापसी: नकदी की विश्वसनीयता का भी है प्रश्न
देश के केंद्रीय बैंक द्वारा दो हजार के नोट वापसी की घोषणा के बाद नोटबंदी के तमाम विमर्श फिर चर्चा में हैं। आरबीआई का...
लोकतंत्र की आत्मा है ‘समान नागरिक संहिता’
विजय विक्रम सिंह
लेखक, पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य हैं
लखनऊ।पिछले दिनों राज्य सभा के एक सांसद ने 'यूनिफॉर्म सिविल कोड' लागू करने के प्रावधान वाले...
मणिपुर में फसाद पर विवाद
यह ठीक है कि सरकारें बर्मा से नाजायज तौर पर आने वाले कूकी समुदाय को मणिपुर के पहाड़ों पर कब्जा करते देखती रही और...
क्या हमारी न्याय व्यवस्था में सभी को सुलभ तरीके से मिल रहा है न्याय...
रघु ठाकुर
नई दिल्ली। 26 नवंबर संविधान दिवस के दिन सर्वोच्च न्यायालय...
कोरोना के बाद ओमोक्रोन: आखिर कब हमलोग पहले की तरह खुली हवा में सांस...
पिछले सप्ताह दक्षिण अफ ्रीका के बाहर अनेक देशों में ओमोक्रोन के मामलों में तेजी देखी गयी जिसकी वजह से निकट भविष्य में वैश्विक...
भारत के सशक्त लोकतंत्र की परिचायक हैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
महामहिम द्रौपदी मुर्मू जी के शपथ ग्रहण के साथ ही भारत के राष्ट्रपति पद के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया। भारत का...