ऑडिटर,जेल वाजपेई का होमगार्ड विभाग में खेला: परेशान ना हो एक-दो दिन में तुम्हारा तबादला रद्द करवा दूंगा
जेल के ऑडिटर शशांक शेखर वाजपेई ने दिया एडीसी,मेरठ को आश्वासन: हर हाल में तुम्हारा तबादला रदद कराऊंगा
मेरठ के एडीसी अशोक चौधरी का कभी नहीं हुआ तबादला,भ्रष्टाचार की खूब हुयी शिकायत,अधिकारियों ने दबा दिया फाईल
शेखर यादव
लखनऊ। होमगार्ड विभाग में तबादला नीति में इस बार किसी की मनमानी नहीं चली। मंडलीय कमांडेंट,कमांडेंट पीसीपी से लेकर बीओ स्तर के जिन कर्मचारियों में भौकाल काटा,उसे इतना दूर तबादला किया गया कि किसी के मुंह से बोल नहीं निकल रहा। सभी जान गये कि अब विभाग में नेतागिरी नहीं बल्कि काम का ही माहौल होगा और जो काम करेगा,वही सम्मान का हकदार होगा। यही वजह है कि पूर्वांचल के बलिया,आजमगढ,गाजीपुर से लेकर पश्चिम के जनपदों में लंबे समय से एक सीट पर जमे सभी का तबादला लगभग कर दिया गया है। विभागीय मंत्री धर्मवीर प्रजापति और डीजी बी.के.मौर्या की जोड़ी ने भ्रष्टाचार कर लाखेां-करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने वालों के मंसूबे को ध्वस्त करने का काम किया है। तबादला के क्रम में मेरठ में भी मंडलीय कमांडेंट, कमांडेंट से लेकर पीसी,बीओ व एडीसी स्तर के कर्मचारियों का तबादला किया गया। यहां पर लगभग 28 वर्ष से एक ही कंपनी में तैनात एडीसी अशोक चौधरी का तबादला भी डीजी ने भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने के बाद किया लेकिन मुख्यालय पर तैनात पूर्व आडिटर शशांक शेखर वाजपेई ने उन्हें आश्वासन दिया है कि दो दिन में तुम्हारा तबादला रद्द होगा। इसके बाद अशोक चौधरी सभी को धौंस देता फिर रहा है कि मैं यहीं से रिटायर होऊंगा, देखते हैं कौन तबादला करता है।
बताया जाता है कि अशोक चौधरी ने एक ही सीट पर जमकर यहां पर अपनी हुकूमत चला रखा है। इसकी शिकायतें मुख्यालय की गयी लेकिन अधिकारियों ने दबा दिया क्योंकि मुख्यालय पर तैनात एक अधिकारी का चहेता है। यही वजह है कि अशोक चौधरी तबादला होने के बाद भी यहां पर धौंस दे रहा है कि चाहें कोई कितना भी दम लगा ले मैं शीघ्र अपना तबादला रुकवा कर आ रहा हूं। मुख्यालय पर तैनात ऑडिटर शशांक शेखर वाजपेई का शुरु से ही अशोक चौधरी पर कृपा बनी रही है। श्री वाजपेई ने ठोस आश्वासन दिया है कि दो दिन में तुम्हारा तबादला रदद करा दूंगा। बता दें कि अशोक चौधरी ने होमगार्ड ताहिर अली को गलत तरीके से निष्कासित करा दिया था जिस पर उसने इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का पूरा सबूत लिखित रुप से मुख्यालय के अधिकारियों को दिया लेकिन मामले को दबा दिया गया।
ताहिर अली ने बताया कि एक नहीं कई बार अशोक चौधरी की शिकायत की गयी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। जवानों ने बताया कि पूर्व कमांडेंट ने भी अशोक चौधरी के भ्रष्टाचार पर कई बार उसे कठोर चेतावनी दी लेकिन वो जवानों का शोषण करता रहा। यही वजह है कि श्री चौधरी का मनोबल इतना बढ़ गया है कि डीजी स्तर से तबादला करने के बाद वो सभी को धमकी भरे अंदाज में बोल रहा है कि मैं लखनऊ जा रहा हूं,जेल में तैनात ऑडिटर और मुख्यालय पर तैनात एक अधिकारी मेरे लिये पैरवी कर तबादला रुकवा देंगे। बता दें कि शशांक शेखर वाजपेई पूर्व में होमगार्ड मुख्यालय पर तैनात थे जो इस समय जेल मुख्यालय पर तैनात हैं। होमगार्ड मुख्यालय पर तैनाती के दौरान वाजपेई जी ने खूब धन कमाया,जिस पर इन्हें यहां से हटाकर जेल मुख्यालय भेज दिया गया है।