फतेहली का तालाब में पांच लोगों के मौत का कौन है जिम्मेदार?

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फतेहली का तालाब में छत गिरने से पांच लोगों की दर्दनाक मौत हेडिंग : आखिर कंडम मकान में बिजली का कनेक्शन  किसने दिया ?

पांच लोगों के मौत का कौन है जिम्मेदार ?

क्या पूर्व आईओडब्ल्यू स्टेट की शह पर बरहा,फतेहअली का तालाब,मुनव्वरबाग,एलडी कालोनी में रखे गये हैं किरायेदार?

 संजय पुरबिया

लखनऊ। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की फतेहअली रेलवे कॉलोनी में शनिवार की रात साढ़े तीन बजे एक मकान की छत ढह गयी जिससे पांच लोगों की दब जाने से मौत हो गयी। एक ही परिवार के पांच लोग कब मौत की चादर ओढ़ दफन हो गये,पड़ोसियों को भी पता नहीं लगा। अलसुबह जब लोगों की नींद खुली तो वहां का नजारा देख सबकी सांसें हलक में आ गयी। चीख-पुकार का मंजर और पुलिस,एनडीआरएफ के अलावा रेलवे के अफसरों की चहल-कदमी की गंूज से पूरा इलाका थर्रा गया। जिसने सुना वो घटना स्थल की ओर दौड़ पड़ा। बता दें कि फतेहअली का तालाब कालोनी में लगभग 200 परिवार रहता है। अधिसंख्य मकान जर्जर हैं,जिन्हें इंजीनियरिंग विभाग ने कंडम घेाषित कर दिया है। बावजूद इसके वहां पर रेल कर्मचारी और किरायेदारों को परिवार रह रहा है। बड़ा सवाल यह है कि जब रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने मकान को कंडम घोषित कर दिया तो उसे रेलवे पुलिस और स्थानीय थाने की पुलिस के साथ मिलकर खाली क्यों नहीं कराया ? सवाल यह भी है कि कंडम मकानों में बाहरी लोगों को किरायेदार के रुप में किसने रखा और कितनी कमाई कर रहा है ? बड़ा सवाल यह है कि जब मकान कंडम है तो उसमें बिजली का कनेक्शन किसने और किस नियमावली के तहत दिया है ? रेलवे में इंजीनियरिंग और बिजली विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से कंडम मकानों में बड़ी संख्या में रेल कर्मी और किरायेदार रह रहे हैं। अधिकारियों की मानें तो पूर्व आईओडब्ल्यू स्टेट एस.सी.द्विवेदी ने कंडम मकानों में बड़ी संख्या में किरायेदारों को रखकर मोटी रकम वसूल करते रहें। इसी तरह,इलेक्ट्रिकल इंचार्ज ने कंडम मकानों में बिजली कनेक्शन देने के एवज में बड़ी रकम वसूल कर अपनी जेब गरम कर रहे हैं। ये हाल सिर्फ फतेहअली का तालाब कालोनी का ही नहीं बल्कि पंजाब नगर,बरहा,मुनव्वरबाग,एलडी कालोनी सहित चालीस क्वार्टर का भी है। सभी कालोनियों की जांच करा ली जाये तो पूर्व आईओडब्ल्यू स्टेट और इलेक्ट्रिकल इंचार्ज के भ्रष्टाचार की कहानियां खुद-ब-खुद सामने आ जायेंगी। आखिर में फिर एक सवाल करूंगा कि फतेहअली का तालाब कालोनी में मरने वाले पांचों बेगुनाह के मौत के लिये जिम्मेदार कौन है? अभी भी समय है,यदि डीआरएम नहीं चेते तो आगे भी बेगुनाह लोग बेमौत मारे जायेंगे।

 

फतेहअली का तालाब रेलवे कालोनी में बारिश के बाद मकान और कमजोर हो गया था। सुबह सफाईकर्मियों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी जिसके बाद मौके पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम पहुंची। टीम ने मलबा हटाकर पांच लोगों को बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिये लोकबंधु अस्पताल भेजा जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया और सुबह लोगों का तांता लग गया, जिसे संभालने के लिये और पुलिस बुलानी पड़ी। मृतकों में सतीश चंद्र 40, सरोजनी देवी 35, हर्षित13, हर्षिता 10 और अंश 5 शामिल हैं। डीसीपी पूर्व हृदेश कुमार ने बताया कि पुरानी रेलवे कॉलोनी में घर की छत ढह गयीय जिससे एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गयी है। शवों को मलबे से निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की फतेह अली कॉलोनी में करीब 200 परिवार रहते हैं। कॉलोनी के ज्यादातर मकान जर्जर हैं और कंंडम घोषित किये जा चुके हैं। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन ने लोगों से मकान खाली नहीं करवाये और लोग रह रहे हैं। जिसके चलते हादसा हुआ। जिस मकान की छत गिरी उस वक्त मकान में पांच लोग थे, जिनकी मौत मलबे में दबने से हुई है। सतीश चंद्र के पिता रामचंद्र पहले रेलवे में थे जिनकी मृत्यु के बाद मां का भी निधन हो गया और सतीश चंद्र को अनुकंपा पर नौकरी मिलने की उम्मीद थी। सतीश अपने परिवार के साथ यहां रहते थे जबकि सतीश के भाई अमित भी रेलवे में है। हादसे पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गहरा दु:ख जताते हुये त्वरित राहत कार्य के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे का यह मकान पुराना था। डिप्टी सीएम ने आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवार के शेष परिजनों को सरकार की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराई जायेगी।

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